कंप्यूटर में नंबर सिस्टम का प्रयोग (Number system used in computer)
मनुष्य गणना के लिए दशमलव आधारी संख्या पद्धति (Decimal Number System) का प्रयोग करता हैं। जिसमें 0 से 9 तक (कुल 10 ) अंकों का प्रयोग किया जाता हैं। अन्य सभी अंक इन्हीं अंकों से मिलकर बनते हैं। परन्तु कम्प्यूटर Decimal Number System का प्रयोग नहीं करता हैं।
कम्प्यूटर में प्रयोग होने वाली Number systems हैं।
द्विआधारी संख्या पद्धति (Binary Number System)
आक्टल संख्या पद्धति (Octal Number System)
हैक्साडेसिमल संख्या पद्धति (Hexadecimal Number System)
Number System | आधार (Base) | कुल अंक (Total Number) | महत्तम अंक (Highest Digit) |
Binary Number System | 2 | 0,1 | 1 |
Octal Number System | 8 | 0,1,2,3,4,5,6,7 | 7 |
Decimal Number System | 10 | 0,1,2,3,4,5,6,7,8,9 | 9 |
Hexadecimal Number System | 16 | 0,1,2,3,4,5,6,7,8,9, | F (15) |
Binary Number System
कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रानिक मशीन है जो विघुत धारा पर कार्य करता हैं। यह केवल दो ही परिस्थितियों को जान सकता हैं। पहला, जब Circuit में धारा प्रवाहित हो रही हैं अर्थात Circuit का स्विच ऑन है तो इसे संकेत ‘1’ कहा जाता हैं। दूसरी स्थिति में Circuit में धारा प्रवाहित नहीं हो रही हैं, अर्थात् Circuit का स्विच ऑफ है तो इसे संकेत ‘0’ कहा जाता हैं। इससे हम कह सकते हैं किं कम्प्यूटर केवल Binary Number System में सभी संख्याएं दो अंक 0 तथा 1 का प्रयोग कर लिखी जाती हैं। इसी कारण कम्प्यूटर को डाटा या निर्देश देने से पहले उसे 0 या 1 (ऑफ या ऑन) में बदलना पड़ता हैं।
स्विच | ऑन (On) | ऑफ (Off) | स्विच |
बल्ब धारा बाइनरी स्थिति | जलता हैं प्रवाहित 1 | बुझा है नहीं प्रवाहित 0 | बल्ब धारा बाइनरी स्थिति |
स्विच | ऑन (On) | ऑफ (Off) | स्विच |
बल्ब धारा बाइनरी स्थिति | जलता हैं प्रवाहित 1 | बुझा है नहीं प्रवाहित 0 | बल्ब धारा बाइनरी स्थिति |
स्विच | ऑन (On) | ऑफ (Off) | स्विच |
Either way the teacher or student will get the solution to the problem within 24 hours.